कोरबा (आईपी न्यूज)। नई दिल्ली में प्रदूषण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। भारत की राजधानी या कोई और बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 200 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर को पार करते ही पुरे देश में चर्चा शुरू हो जाती है। कोरबा एक ऐसा शहर है जहां का एक्यूआई 300 से 400 के बीच बने रहता है, लेकिन इस ओर कोई संज्ञान नहीं लेता। कई बार इसका स्तर तो 400 को भी पार कर जाता है। जैसा की तीन दिन पहले कुसमुण्डा और एनटीपीसी-एचटीपीपी एरिया में हुआ। इन दोनों स्थानों पर एक्यूआई का लेवल 430 से ज्यादा दर्ज किया गया। कोरबा के विभिन्न स्थानों पर एक्यूआई के साथ की पीएम (पार्टिकुलेट मेटर) 2.5 एवं पीएम 10 का स्तर भी इंडियन नेशनल स्टैंडर्स से कहीं अधिक रहता है। निजी संस्था सार्थक द्वारा ग्रीन पीस व एनवायरोनिक्स ट्रस्ट के सहयोग से शहरी क्षेत्र में 14 स्थानों पर आधुनिक प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इसके जरिए जो आंकड़े प्राप्त हो रहे हैं वो बताते है कि कोरबा के प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। Read More